TOP GUIDELINES OF SHIV CHALISA LYRICS

Top Guidelines Of Shiv Chalisa lyrics

Top Guidelines Of Shiv Chalisa lyrics

Blog Article

मातु पिता भ्राता सब कोई । संकट में पूछत नहिं कोई ॥

अस्तुति चालीसा शिवहि, पूर्ण कीन कल्याण ॥

शिव चालीसा का पाठ पूर्ण भक्ति भाव से करें।

अर्थ: हे शिव शंकर भोलेनाथ आपने ही त्रिपुरासुर (तरकासुर के तीन पुत्रों ने ब्रह्मा की भक्ति कर उनसे तीन अभेद्य पुर मांगे जिस कारण उन्हें त्रिपुरासुर कहा गया। शर्त के अनुसार भगवान शिव ने अभिजित नक्षत्र में असंभव रथ पर सवार होकर असंभव बाण चलाकर उनका संहार किया था) के साथ युद्ध कर उनका संहार किया व सब पर अपनी कृपा की। हे भगवन भागीरथ के तप से प्रसन्न हो कर उनके पूर्वजों की आत्मा को शांति दिलाने की उनकी प्रतिज्ञा को आपने पूरा किया।

चित्रकूट के घाट-घाट पर, शबरी देखे बाट - भजन

धन निर्धन को देत सदाहीं। जो कोई click here जांचे वो फल पाहीं॥

कीन्ह दया तहँ करी सहाई। नीलकण्ठ तब नाम कहाई॥

पुत्र हीन कर इच्छा कोई। निश्चय शिव प्रसाद तेहि होई॥

This information desires extra citations for verification. Please enable make improvements to this article by including citations to reputable sources. Unsourced material could possibly be challenged and removed.

अर्थ- हे शिव शंकर भोलेनाथ आपने ही त्रिपुरासुर के साथ युद्ध कर उनका संहार किया व सब पर अपनी कृपा की। हे भगवन भागीरथ के तप से प्रसन्न हो कर उनके पूर्वजों की आत्मा को शांति दिलाने की उनकी प्रतिज्ञा को आपने पूरा किया।

वेद नाम महिमा तव गाई। अकथ अनादि भेद नहिं पाई॥

हनुमान चालीसा लिरिक्स

O Universal Lord, each individual early morning for a rule I recite this Chalisa with devotion. Remember to bless me to ensure I may be able to attain my product and spiritual wishes.

आपन तेज सम्हारो आपै। तीनों लोक हांक तें कांपै।।

Report this page